वाराणसी । मौसम विभाग ने पूर्व में ही वाराणसी में हीट वेव की सक्रियता का अंदेशा जताया था। लेकिन, हीट वेव का असर कुछ इस कदर मौसम पर हावी हुआ कि तापमान सीजन में पहली बार सर्वाधिक 45 डिग्री को पार कर गया। गर्मियों में यह अब तक सबसे अधिक सीजन का तापमान होने की वजह से लोगों को सेहत की चुनौती भी व्यापक स्तर पर झेलनी पड़ी।
सोमवार की सुबह नौ बजे के बाद ही मानो आसमान से सूरज की रोशनी आंच की बारिश करती नजर आ रही थी। तापमान में कमी की संभावनाओं की बाट जोह रहे लोगों को लोकल हीटिंग ने खूब छकाया और आर्द्रता भी इस दौरान न्यूनतम होने की वजह से बादलों की सक्रियता भी कुंद पड़ती चली गई।
इस लिहाज से आसमान से आंच की बारिश ने नया रिकार्ड बना दिया है सोमवार को सीजन का सबसे गर्म दिन 45.2 डिग्री के साथ दर्ज किया गया। यह तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा। आर्द्रता अधिकतम 22 फीसद और न्यूनतम 10 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेेलाइट तस्वीरों के अनुसार पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता शून्य है। जबकि तापमान में कमी के संकेत अगले 24 घंटों तक कम ही है।
दूसरी ओर पाकिस्तान तक पश्चिमी विक्षोभ का असर पहुंच चुका है। अगर पछुआ हवाओं का जोर चला तो पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता का रुख भी हो सकता है। सीजन में पहली बार पारे ने 45 डिग्री को पार किया है। दो डिग्री और पार करने का अर्थ नया रिकार्ड बन जाना है। इस लिहाज से तापमान में यह इजाफा सेहत को भी चुनौती देता नजर आ रहा है।
मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि हीट वेव की सक्रियता की वजह से ही मौसम का यह हाल हुआ है। अगर पश्चिम से बादलों की सक्रियता का असर चौबीस घंटों में नहीं हुआ तो पूर्वांचल में मंगलवार को भी आसमान से दिन भर आंच की बारिश होती नजर आएगी।
इसके पूर्व 20 अप्रैल 2010 को 45.3 डिग्री तापमान रहा है और 30 अप्रैल 2019 को अधिकतम 45.5 डिग्री का तापमान दर्ज किया गया था। इस लिहाज से 18 अप्रैल 2022 का दिन वाराणसी के इतिहास में अप्रैल माह का सबसे सबसे गर्म शुरुआती दिन के तौर पर दर्ज हो गया है।